SANDESH QALAM

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Monday 2 April 2018

फिल्म "तिश्नगी "और कैस तन्वी का सफ़र


सभी की दुआओं एवं मोहब्बतों को सलाम :

 अगर हौसले बुलंद हों और साथ में अपनी मंजिल को पाने की ललक अगर किसी के अंदर जिद बन कर समां जाए तो उसके लिए अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेना बड़ी बात नहीं , मगर हम जिस क्षेत्र की बात कर रहे हैं वह है बॉलीवुड (हिंदी फिल्म) में अपना प्रवेश, किसी साधारण परिवार के पुत्र को जिस का न ही कोई बैकग्राउंड फ़िल्मी हो और ना ही किसी अमीर परिवार से दूर का वास्ता हो, ऐसी परिस्तिथि में या तो लोग हिंदी सिनेमा में एक छोटे मोटे रोल के लिए पूरी उम्र मुंबई फ़िल्मी नगरी की ख़ाक छानते हुए गुजार देते हैं . फिर भी उन्हें उनको मंजिल तो दूर,रास्ता भी नहीं मिलता और निराशा लेकर अपने गावं अपने शहर वापस लौट आते हैं 

साठी के लाल तूने करदिया कमाल 

 ऐसे में कोई अपनी कड़ी मेहनत और सच्ची लगन के बल बूते इस कथन को सच कर दिखाये तो उस के जज्बे और लगन को हम क्या ज़माना सलाम करेगा. और उस की सफलता की कहानी सब की ज़ुबानों पर होगी . हम बात कर रहे हैं पश्च्मी चंपारण जिला के साठी धरमपुर के रहने वाले सैयद नुरुल इमाम की चार औलादों में सब से बड़े पुत्र कैस तन्वी की जिन्हों ने इस कथन को सच कर दिखाया है . जो शिक्षा में स्नातक हैं , देखने में सुंदर ,छारिरा शरीर ,स्मार्ट लुक ,जो एक अदाकार के मापदंड में अवश्यक होती है . उनके पिता ने बताया की मेरे बेटे का शौक़ कहिये या जूनून की उसे हीरो बनना है , हम ने भी अपने बेटे को हीरो बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी ,उसका प्रयास और उस के हौसले में मै जान भरता गया और वह अपनी मंजिल की सीढियों को चढ़ता गया .हम ने किसी भी मोड़ पर उसके हौसले को पस्त होने नही दिया .आज कैस हीरो बन गया है अगले महीने उसकी फिल्म तिश्नगी रिलीज़ हो रही है .सभी दोस्त ,रिश्तेदार ,बड़े बूढ़े उसकी कामयाबी की दुआ कर रहे हैं .यही बहुत है मेरे लिए की मेरे बेटे ने अपना सपना ही नहीं बल्कि उन सभी लोगों के सपने को साकार किया है जो ख्वाब लोगों ने कैस के लिए देखा था  .

 "तिश्नगी "और कैस तन्वी 



अगर बात की जाए कैस तन्वी  के इस संघर्षशील सफ़र की तो लगभग चार पांच वर्षों से हिंदी सिनेमा में अपनी उपस्तिथि दर्ज कराने की अनथक प्रयास कर रहे थे! और किस्मत आजमाने में व्यस्त थे .पूर्व में भी इसी जिले से हिंदी फिल्मों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले अभिनेता मनोज वाजपई भी हिंदी फ़िल्मी जगत में इतिहस रच चुके हैं और यह दूसरा अध्याय कैस तन्वी लिख रहे हैं .पूर्व में भी कैस तन्वी हिंदी सीरियल ,डाकुमेंट्री,शोर्ट फिल्मे कर चुके हैं . तिश्नगी उन की पहली हिंदी फिल्म है जिस में वह मुख्य अभिनेता का रोल निभा रहे हैं .तिश्नगी की डायरेक्टर समीर खान हैं , कथा एवं गीत  मंज़र बलियावी ने लिखी है ,वही तिश्नगी को संगीत से सजाया है युवा ,स्टाइलिश संगीतकार गुफी कंपोजर ने , इस फिल्म का ट्रेलर देखने से लग रहा है एक म्यूजिकल थ्रिलर मूवी है जिस में मसाला भी है और इस के गाने बहुत अच्छे हैं जिसको हिंदी फ़िल्मी जगत के बड़े बड़े पार्श्व गायकों ने आवाज़ से सजाया है .इस में एक कव्वाली भी है.जिसके बोल बहुत पहले से ही सोशल साईट पर वायरल है (सूफी सलाम) जिसको राहत फ़तेह अली खान ने गाया है. तो इस से अंदाज़ा होता है की फिल्म अच्छी होगी. चूँकि राइटर ,डायरेक्टर,म्यूजिक का कॉम्बिनेशन बहुत बढ़िया है ,कैस तन्वी पर फिल्माया गये सारे गाने एक से बढ़ कर एक है. तिश्नगी 04 मई 2018 को रिलीज़ हो रही है ,आप इस फिल्म को देखें और परदे पर अपने हीरो कैस तन्वी की अदाकारी को देख उन के उज्जवल भविष्य और तिश्नगी की कामयाबी के लिए दुआ करें ......
                                                                                                              (अपनी राय दें )

2 comments:

  1. No doubt sir his person really motivate all people

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    1. That talent make a real Hero to him .thanks 4 comment

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